आजकल हर कोई बिजली के बढ़ते बिल से परेशान है। खासकर गर्मियों में जब पंखे, कूलर और एसी दिन-रात चलते हैं, तो महीने के आखिर में बिजली का बिल देखकर सबका माथा ठनक जाता है। ऐसे में बहुत से लोग सोचते हैं कि क्यों न घर की छत पर सोलर पैनल लगवा लिया जाए, जिससे बिजली का खर्च कम हो और महीने की बचत बढ़े। लेकिन ये जानना जरूरी है कि क्या वाकई 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाना फायदे का सौदा है या नहीं। इस आर्टिकल में हम इसी सवाल का जवाब आसान भाषा में समझेंगे।
3 किलोवाट सोलर सिस्टम क्या होता है और कैसे काम करता है?
सोलर सिस्टम एक ऐसा तरीका है जिसमें सूरज की रोशनी से बिजली बनाई जाती है। जब धूप सोलर पैनल पर पड़ती है, तो यह उसे बिजली में बदल देता है। फिर वही बिजली आपके घर के पंखे, बल्ब, टीवी, फ्रिज जैसे उपकरणों को चलाने में काम आती है। इस सिस्टम में सोलर पैनल के साथ इन्वर्टर और बैटरी भी लगती है, जिससे रात में या बादल वाले दिन भी आपको बिजली मिलती रहती है। ये सिस्टम घर की छत पर लगाया जाता है और धूप जितनी तेज होगी, बिजली उतनी ज्यादा बनेगी।
3 किलोवाट सोलर सिस्टम में कितना खर्च आता है?
अगर आप 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो इसका खर्च थोड़ा ज्यादा हो सकता है। इसमें सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी, वायरिंग, माउंटिंग स्ट्रक्चर और इंस्टॉलेशन चार्ज शामिल होता है। बाजार में इसके पूरे सेटअप की कीमत करीब एक लाख रुपये तक जा सकती है। हालांकि सरकार की तरफ से इसमें सब्सिडी भी दी जाती है। अगर आप सरकार की योजना के तहत इसे लगवाते हैं, तो करीब 30 हजार रुपये तक की मदद मिल सकती है। सब्सिडी मिलने के बाद आपका कुल खर्च करीब 70 हजार रुपये तक रह जाएगा।
आइटम | अनुमानित कीमत |
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3 किलोवाट सोलर पैनल | ₹75,000 |
इन्वर्टर | ₹20,000 |
बैटरी (4 बैटरियां) | ₹64,000 (₹16,000 प्रति बैटरी) |
माउंटिंग स्ट्रक्चर | ₹10,000 – ₹15,000 |
वायरिंग व फिटिंग | ₹3,000 – ₹5,000 |
इंस्टॉलेशन चार्ज | ₹5,000 – ₹10,000 |
3 किलोवाट सोलर सिस्टम से कितनी बिजली बनेगी और कितनी बचत होगी?
अब बात करते हैं असली सवाल की। 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम रोजाना औसतन 12 से 15 यूनिट बिजली बना सकता है। महीने भर में यह करीब 360 से 450 यूनिट तक बिजली बना सकता है। अगर आपका मासिक बिजली खर्च 400 यूनिट है, तो यह सिस्टम लगभग पूरा बिल कवर कर सकता है। पहले अगर आपका बिजली का बिल ₹2000 आता था, तो सोलर लगवाने के बाद यह ₹200 तक रह जाएगा। यानी महीने में ₹1800 की सीधी बचत होगी। साल में यह बचत ₹21,600 तक पहुंच सकती है।
अब अगर आपने सिस्टम लगाने में ₹1,00,000 खर्च किया और हर साल ₹21,600 की बचत हो रही है, तो लगभग 5 साल में आपका पूरा पैसा वापस आ जाएगा। सोलर पैनल की उम्र करीब 25 साल होती है। यानी बाकी के 20 साल तक आपको लगभग फ्री बिजली मिलेगी।
3 किलोवाट सोलर पैनल लगवाने के और भी कई फायदे
सिर्फ बचत ही नहीं, सोलर सिस्टम पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है। इससे कोयले से बनने वाली बिजली की जरूरत कम हो जाती है और हवा में धुआं भी नहीं फैलता। यानि आप ग्रीन एनर्जी का हिस्सा बन जाते हैं और प्रदूषण को कम करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, जब आपके घर में सोलर सिस्टम लगा होता है, तो घर की कीमत भी बढ़ जाती है। क्योंकि आज के समय में लोग ऐसे घर को प्राथमिकता देते हैं जिसमें बिजली की सुविधा सस्ती और टिकाऊ हो। बिजली कटौती होने पर भी सोलर सिस्टम से बैटरी के जरिए लाइट मिलती रहती है। ऐसे में आपको जनरेटर या इन्वर्टर की टेंशन भी नहीं रहती।
क्या सोलर लगवाना आपके लिए सही है?
अगर आप हर महीने बिजली का भारी बिल भरते हैं, तो सोलर सिस्टम लगवाना एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होती है बल्कि आप पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान देते हैं।
सोलर लगवाने से पहले किसी भरोसेमंद और रजिस्टर्ड सोलर कंपनी से सलाह जरूर लें। साथ ही सरकार की वेबसाइट पर जाकर सब्सिडी की जानकारी अच्छे से समझें। एक बार अगर आपने सही जानकारी लेकर सही सिस्टम लगवा लिया, तो कई सालों तक आपको बिजली का झंझट नहीं रहेगा।