Gold Loan New Rule: भारतीय रिज़र्व बैंक ने गोल्ड लोन लेने के सबंध में नए नियम जारी करने वाला है ये नए नियम गोल्ड लोन और सिल्वर लोन दोनों पर ही लागु होगे गोल्ड लोन लेने के नए नियमो से अब लोन लेना आसान नहीं होगा। अब गोल्ड लोन लेने के नियमो को और बेहतर बनाया गया है ताकि आम लोग लोन लेते समय किसी भी तरह की परेशानी में ना फंसे।
गोल्ड लोन लेने का नया नियम
नए नियमों के मुताबिक, अब कोई भी ग्राहक अधिकतम एक किलो ज्वेलरी पर ही गोल्ड लोन ले सकेगा। चाहे वो सोना हो या चांदी, दोनों पर यह नियम लागू होगा। सोने के सिक्के अगर गिरवी रखने हैं, तो वो कम से कम 22 कैरेट के होने चाहिए और किसी बैंक से खरीदे गए होने चाहिए। अगर किसी दुकान से लिए गए सिक्के हैं, तो उन पर लोन नहीं मिलेगा। चांदी पर भी ये नियम लागु होगे अब सिर्फ 500 ग्राम चांदी गिरवी रखकर ही लोन ले सकते हैं।
लोन पूरा होने के बाद 7 दिन में देना होगा सोना
RBI का सबसे बड़ा और जरूरी नियम यह है कि जब कोई ग्राहक अपना गोल्ड लोन पूरी तरह चुका देता है, तो बैंक या फाइनेंशियल कंपनी को सिर्फ 7 दिनों के भीतर उसका गिरवी रखा हुआ सोना लौटाना होगा। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें हर दिन 5000 रुपए जुर्माना देना पड़ेगा। यह नियम ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, ताकि कोई भी संस्था लोगों के सोने को बेवजह रोके ना रख सके।
अगर किसी कारण से लोन के लिए गिरवी रखा गया सोना चोरी हो जाता है, तो उस फाइनेंशियल संस्था को ग्राहक को इसकी जानकारी देनी होगी और साथ ही यह भी बताना होगा कि वे उसकी भरपाई कैसे करेंगे। अगर कोई ग्राहक लोन चुका देता है लेकिन दो साल तक अपना सोना वापस नहीं लेता, तो वह सोना ‘बिना दावेदार’ माना जाएगा।
RBI के नए गोल्ड लोन नियम
- अब अधिकतम 1 किलोग्राम ज्वेलरी पर ही लोन मिल सकेगा।
- सोने और चांदी दोनों पर यह सीमा लागू होगी।
- सोने के सिक्के कम से कम 22 कैरेट के होने चाहिए और बैंक से खरीदे गए होने चाहिए।
- अन्य स्रोत से खरीदे गए सोने के सिक्कों पर गोल्ड लोन नहीं मिलेगा।
- सोने के सिक्कों पर अधिकतम 50 ग्राम तक लोन मिलेगा।
- चांदी के लिए 500 ग्राम की अधिकतम सीमा तय की गई है।
- लोन चुकाने के बाद बैंक को 7 दिन के भीतर सोना लौटाना अनिवार्य होगा।
- 7 दिन में सोना न लौटाने पर 5000 रुपए प्रतिदिन जुर्माना देना होगा।
- अगर गिरवी रखा सोना चोरी हो जाए, तो ग्राहक को सूचना देनी होगी और भरपाई का तरीका भी बताना होगा।
- लोन चुकाने के 2 साल बाद भी अगर सोना वापस नहीं लिया गया, तो वह ‘बिना दावेदार’ माना जाएगा।
- गोल्ड लोन का प्रचार भ्रामक तरीके से नहीं किया जा सकेगा।
- बैंक, NBFC और गोल्ड लोन कंपनियों के लिए एक जैसे नियम लागू होंगे।
- Loan-to-Value (LTV) रेशियो सभी के लिए 75% तय किया गया है मतलब केवल 75% तक की वैल्यू तक ही लोन दिया जायेगा ।